रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 60 डाक्टरों

रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 60 डाक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक ऐसी टीम है, जिसका सीधा मुकाबला जानलेवा कोरोनावायरस से है। अब तक इनका चेहरा सामने नहीं लाया गया है, लेकिन ये टीम ऐसा संघर्ष कर रही है, जिसकी कल्पना से भी रोंगटे खड़े हो जाएं। कोरोना सैंपल की जांच से लेकर मरीज तक के इलाज में ये किसी योद्धा की तरह ही काम कर रहे हैं। अस्पताल में ही आइसोलेशन, वहीं रहना-खाना और हर 15 दिन में एक बार 14 दिन का वहीं क्वारेंटाइन। इनके परिजन कई दिन से इन्हें देख नहीं पा रहे हैं, फिर भी संघर्ष चल रहा है और कामयाबी भी मिल रही है। इनकी मेहनत की बदौलत यहां भर्ती हुए 9 में से 8 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। एकमात्र भर्ती मरीज भी खतरे से बाहर है। इन योद्धाओं में से 15 लोग क्वारेंटाइन में जा चुके हैं